Vodafone – Idea Limited ने साथ मिलकर अपना नया ब्रैंड लॉन्च किया है जिसे ‘Vi’ नाम से जाना जाएगा। अब दोनों कंपनियां इसी ब्रांड नेम से भारत में बिजनेस करेगी, जिसकी घोषणा वोडाफोन आइडिया के सीईओ रविंदर टक्कर ने की। उन्होंने बताया कि दो साल से भी कम समय में हमने दुनिया के सबसे बड़े इंटीग्रेशन के विशाल कार्य को हासिल कर लिया है। दोनों ब्रांडों का एकीकरण पूरा हो गया है।
बता दें Vodafone – Idea बोर्ड ने बीते शुक्रवार को इक्विटी और डेट इंस्ट्रूमेंट्स के संयोजन के माध्यम से 25,000 करोड़ तक जुटाने की योजना को मंजूरी दे दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने दूरसंचार ऑपरेटरों को इस साल कुल समायोजित सकल राजस्व (AGR) से संबंधित बकाया राशि का 10% भुगतान करने का निर्देश दिया है और बाकी भुगतान अगले 10 साल में 10 किस्तों में चुकाने का निर्देश दिया है।
Vodafone – Idea का समायोजित सकल राजस्व (AGR) बकाया करीब 50,000 करोड़ है। फंड जुटाने की योजना शेयरधारकों की मंजूरी और अन्य सांविधिक अनुमोदन के अधीन है। फंड-जुटाना वोडाफोन आइडिया के लिए महत्वपूर्ण है, जो कि भारतीय प्रतिस्पर्धा वाले दूरसंचार बाजार में तीसरा सबसे बड़ा ऑपरेटर है।
बढ़ सकते हैं दाम
Vodafone – Idea का मानना है कि मोबाइल शुल्कों में बढ़ोतरी करना बहुत जरूरी है तभी दूरसंचार कंपनियां भारत के मार्केट में टिक सकेंगी और मुनाफा कमा सकती है। मोबाइल शुल्कों में बढ़ोतरी पर कम्पनी का मानना है कि समूचे उद्योग का मानना है कि भारत में दरें टिकने योग्य नहीं हैं। कंपनियों को अपनी लागत से कम पर बिक्री करनी पड़ रही है।