देश में हाल ही में सिविल सेवा परीक्षा-2019 के रिजल्ट घोषित हुए हैं. यूपीएसी कि इस परीक्षा में बिहार की बेटी ऋचा रत्नम ने राज्य के बारे में गजब का जवाब दिया और हिन्दी मीडियम में टॉपर बन गईं.
ऋचा रत्नम मूलत: बिहार के सिवान जिले की रहने वाली हैं औऱ 12वीं तक की प्रारंभिक परीक्षा सिवान के स्कूल से ही की है. ऋचा के अनुसार राज्य की समस्याओं के देखकर महसूस हुआ कि जब प्रशासन में अच्छे अफसर आते हैं तो तमाम गतिविधियों में बदलाव आ जाते हैं. इसी बात ने मुझे सिविल सेवा में आने के लिए प्रेरित किया.
बिहार के बारे में दिया ऐसा जवाब औऱ बन गई हिन्दी मीडियम में टॉपर
ऋचा ने सिविल सेवा में आने के लिए 2016 से ही गंभीर प्रयास किए औऱ नोएडा आकर यूपीएससी की तैयारी शुरु कर दी. इंटरव्यू में उनके राज्य एवं जिले को लेकर सवाल किए गए. उनसे पूछा गया कि बिहार आखिर दूसरे राज्यों से पीछे क्यों है. इसका जवाब उन्होंने गजब तरीके से दिया. उन्होंने बिहार की हिस्टोरिकल बैकग्राउंड और रीजनल समस्याओं को आधार बनाते हुए इसका जवाब दिया.
ऋचा ने बताया कि आजादी के बाद से बिहार मे औद्योगिक नीति सही से लागू नही हुई. जिसके कारण मिनरल रिसोर्सेज का राज्य को फायदा नही हुआ. इसके अलावा भूमि सुधार भी अच्छे से नही किए गए. 1991 में आई इंडिया की नई आर्थिक नीति भी यहां अच्छे से लागू नही हुई. यही कारण है कि बिहार से लोग माइग्रेट हुए हैं. ऋचा ने कहा कि ऐसा नही है कि इसका फायदा लोगों को नही मिला, लेकिन बिहार को राज्य़ के तौर पर इसका फायदा नही मिला. इसका सबसे बड़ा कारण पॉलिटिकल फैक्टर है.
बता दें कि ऋचा के पिता जयप्रकाश यूनिवर्सिटी छपरा बिहार में इतिहास विभाग के प्रोफेसर हैं और मां होममेकर हैं. ऋचा ने देशभर में 274 वीं रैंक हासिल कर हिन्दीं मीडियम में टॉप पर हैं.