तिहाड़ जेल में बंद एक कैदी के पेट में मार्च महीने से हैं दो मोबाइल फोन

तिहाड़ जेल में बंद एक कैदी ने 4 मोबाइल फोन निगल लिए थे, जिसका खुलासा कई महीनों बाद हुआ. तिहाड़ जेल में एक कैदी के पेट में 4 मोबाइल फोन मिले हैं. 28 वर्षीय रमन सैनी नामक कुख्यात लुटेरे के पेट से डॉक्टरों ने सर्जरी कर दो मोबाइल फोन निकाल लिए हैं, मगर दो फोन अब भी उसके पेट में मौजूद हैं. दरअसल, जेल के वाडर्रों को तब इस बात का संदेह हुआ कि कैदी के पास जरूर कुछ है, जिसकी वजह से जब भी वह अदालत के लिए आता या जाता तो मेटल डिटेक्टर बीप करने लगता है.

पुलिस के मुताबिक, अगस्त के आखिरी सप्ताह में यह सप्ष्ट हो गया कि कैदी रमन सैनी के पेट में कुछ है. इसके बाद जब उससे पूछताछ की गई तो कैदी ने जेल अधिकारियों को बताया कि उसने 6-7 महीने पहले चार सेल फोन को जेल में तस्करी करने के लिए निगल लिया था, मगर वह उन्हें बाहर नहीं निकाल पाया. बता दें कि जेल में कैदियों द्वारा मोबाइल फोन के यूज पर बैन है.

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जेल के एक अधिकारी ने कहा कि 29 अगस्त को कैदी को डीडीयू अस्पताल ले जाया गया, जहां एक्सरे में कुछ भी नहीं दिखा. डॉक्टरों ने उसे जीबी पंत हॉस्पिटल सीटी स्कैन के लिए रेफर किया. सितंबर के पहले सप्ताह में सीटी स्कैन और इंडोस्कॉपी में खुलासा हुआ कि कैदी के पेट में मोबाइल फोन हैं.

बॉडी स्कैन में पाया गया कि कैदी के पेट में Kechoada कंपनी के 4 मिनी मोबाइल फोन हैं. डॉक्टरों ने तुरंत उसे सर्जरी की सलाह दी. 7 सितंबर को जीपी पंत हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने कैदी सैनी का इंडोस्कॉपिक ऑपरेशन किया और दो मोबाइल फोन निकाले. मगर दो अब भी उसके पेट में हैं, जिसे अब इनवैसिव सर्जरी से निकालने की जरूरत है. कैदी के पेट से दो मोबाइल फोन निकालने वाले डॉक्टर ने इसके लिए तिहाड़ जेल प्रशासन को खत लिखा है और सर्जरी की जरूरत के बारे में अवगत कराया है.

कैदी सैनी के मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने कहा कि कैदी की जान को तत्काल कोई खतरा नहीं है, लेकिन समय के साथ पेट के एसिड से फोन खराब हो जाएगा और इससे फोन की बैटरी उसके लिए घातक साबित हो सकती है. कैदी भले ही बोल रहा हो कि उसने 6-7 महीने पहले फोन निगला था, मगर कुछ अन्य कैदियों ने कहा कि ऐसा उसने करीब एक साल पहले किया था.