अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए हुए भूमिपूजन के बाद देशभर में मुस्लिम संगठन इसका विरोध कर रहे हैं. असदुद्दीन औवेसी औऱ ऑल इंडिया इमाम एसोशियेसन के बाद अब उत्तरप्रदेश से सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने अयोध्या में राममंदिर निर्माण को लेकर विवादित बयान दिया है. सांसद ने आरोप लगाया है कि बीजेपी सरकार ने ताकत के बल पर कोर्ट से फैसला कराया और फिर इसकी बुनियाद रखी है. इतना ही नही शफीकुर्रहमान ने कहा हमारे साथ बहुत बड़ी नाइंसाफी हुई है यह पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष भारत औऱ लोकतंत्र की हत्या है. बता दें कि इससे पहले ऑल इंडिया इमाम एसोशियेसन के अध्यक्ष साजिद रशीदी ने कहा था कि मंदिर गिरा कर वहां मस्जिद बनाई जायेगी.

सपा सांसद के इस बयान के बाद अखिलेश यादव को होना पड़ सकता है शर्मिंदा
विभिन्न मुस्लिम संगठनों के बाद अब समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्राहमान बर्क ने राममंदिर निर्माण को लेकर ऐसा बयान दिया है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को शर्मिंदा होना पड़ सकता है. सांसद ने कहा कि हमने सब्र से काम लिया है हम अभी भी अल्लाह के भरोसे यह उम्मीद करते हैं कि इंशाल्लाह इस जगह हमेशा मस्जिद थी, मस्जिद है औऱ आगे भी रहेगी. इसे कोई नही मिटा सकता.
सपा सासंद यही नही रुके उन्होंने कहा कि जहां एक बार मस्जिद बन जाती है. वह जमीन और वह हिस्सा हमेशा मस्जिद का ही रहता है. इस्लाम में यह कानून है. शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि मुसलमानों को डरने की कोई जरुरत नही है. हिदुस्तान के मुसलमान यह न समझे कि हम किसी के रहमोकरम पर जिंदा है बल्कि अल्लाह के रहमों पर जिंदा है. सपा सांसद के इस बयान का वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दी है.
ऑल इंडिया इमाम एसोशियेसन और असदुद्दीन औवैसी भी दे चुके हैं ऐसा ही बयान
इससे पहले ऑल इंडिया इमाम एसोशियेसन का भड़काऊ बयान सामने आय़ा था. भूमिपूजन के एक दिन बाद एसोसिएशन के अध्यक्ष साजिद रशीदी ने कहा थी कि राम मंदिर को तोड़कर वहां मस्जिद बनाई जायेगी. उन्होंने कहा कि विवादित स्थल पर कभी मंदिर नही था. वहां पर बाबरी मस्जिद थी और मस्जिद ही रहेगी.

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भी इसी तरह का बयान दिया था. भूमिपूजन से एक दिन पहले ट्वीट कर कहा था कि बाबरी मस्जिद कल भी थी, आज भी है और कल भी रहेगी. हागिया सोफिया इसका उदाहरण है. मस्जिद में मूर्तियां रख देने या पूजा-पाठ शुरु कर देने से मस्जिद की हैसियत खत्म नही हो जाती.
तो वहीं असदुद्दीन औवैसी भी इस मामले पर कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने राम मंदिर का भूमिपूजन कर अपने पद की गरिमा का उल्लघंन किया है.
ओवैसी के बयान पर अखाड़ा परिषद ने किया था पलटवार
अयोध्या में हुए राममंदिर के शिलान्यास को लेकर AIMIM सांसद असदुद्दीन औवेसी के बयान पर साधु-संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् ने करारा जवाब दिया है. अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष महंत नरेंन्द्र गिरी ने कहा है कि औवेसी को यह समझना चाहिए कि पाकिस्तान मुस्लिम बहुसंख्यक होने के नाते अगर मुस्लिम राष्ट्र हो सकता है तो भारत हिन्दू बहुसंख्यक होने के बाद भी हिन्दू राष्ट्र क्यों नही हो सकता.