राज्यसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के सभी 11 प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए। इस उपचुनाव से राज्यसभा के सभी समीकरण बदल गए हैं। उच्च सदन के इतिहास में भाजपा पहली बार इतनी अच्छी स्थिती पर है और कांग्रेस अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही है। यूपी और उत्तराखंड की सीट मिलाकर भाजपा की सदन में कुल सीटें 92 हो गई है जबकि कांग्रेस की केवल 38 सीटें ही बची हैं।

राज्यसभा चुनाव में इस बार की सीटों का समीकरण
सदन में बनते समीकरणों को देखकर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि अब राज्यसभा में भी एनडीए का बहुमत हो सकता है। राज्यसभा में कुल 245 सीटें होती है जिसमें से 12 सीटों पर पर बैठने वाले लोगों का चुनाव राष्ट्रपति करते हैं। इस राज्यसभा चुनाव के बाद सदन में एनडीए की 112 सीटें हो गई है सदन में बहुमत के लिए मात्र 10 सीटों की कमी रह गई है।
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एनडीए को मिल सकती है दो तिहाई बहुमत
इस चुनाव के पश्चात आने वाले शीतकालीन सत्र में एनडीए को 150 के लगभग लोगों का समर्थन मिल सकता है जो की दो तिहाई बहुमत के बेहद करीब है। दो तिहाई बहुमत के लिए 164 सांसदों का समर्थन चाहिए होता है। राज्यसभा सदन में जहां भाजपा की पहले अच्छी पकड़ नहीं थी आज इतना समर्थन प्राप्त कर लेना बहुत बड़ी बात है। हो सकता है आने वाले समय में बीजेपी गवर्नमेंट इस बात का फायदा उठाकर कई नए संवैधानिक संशोधन और बिल पास करवा सकती है।