एक बड़े ही अप्रत्याशित घटनाक्रम में दुनिया की बड़ी फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने अपनी कोरोना वायरस की वैक्सीन का ट्रायल रोक दिया है. इस समय वैक्सीन के अमेरिका, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका औऱ भारत समेत 60 जगहों पर फेज-3 के ट्रायल चल रहे हैं. बताया जा रहा है कि इंग्लैंड में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन जिस व्यक्ति को लगाया गया था वह बीमार पड़ गया है. यह वैक्सीन ग्लोबल रेस में सबसे आगे बताई जा रही थी. भारत में पिछले महीने ही इसका फेज-2 और 3 का ट्रायल शुरु हुआ है. अब इस वैक्सीन का ट्रायल रुकने से कई सवाल खड़े हो गए हैं.

कोरोना वैक्सीन एस्ट्राजेनेका का ट्रायल रुका
कोरोना वैक्सीन एस्ट्राजेनेका का ट्रायल रोक दिया गया है. एस्ट्राजेनेका ने साफतौर पर नही बताया है कि क्या हुआ है लेकिन खबर के अनुसार इंग्लैंड में एक वॉलिंटियर गंभीर रुप से बीमार हो गया है जिसके बाद कंपनी यह ट्रायल रोककर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि यह किसी बीमारी की वजह से हुआ है या वैक्सीन की वजह से.
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भारत पर भी इसका बड़ा असर पड़ सकता है. हालांकि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कहा है कि इस घटना का ट्रायल पर कोई असर नही पड़ेगा. भारत में जो ट्रायल चल रहा है वह ब्रिटेन में हुई घटना से पूरी तरह से अलग है लेकिन ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने कंपनी को नोटिस भेजकर पूछा है कि उसने एस्ट्राजेनेका के ट्रायल रोकने की जानकारी उसे क्यों नही दी.

कोरोना वैक्सीन एस्ट्राजेनेका के ट्रायल को रोके जाने के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं. पहला तो यह कि रुस और चीन जैसे देश फेज -3 का ट्रायल पूरा किए बिना ही वैक्सीन अपने यहां के नागरिकों को उपलब्ध करा दी तो फिर केवल एक शख्स के बीमार पड़ जाने के कारण एस्ट्राजेनेका ने अपना ट्रायल क्यों रोक दिया. दूसरे पूरी दुनिया कोरोना वैक्सीन की राह देख रही है ऐसे में वैक्सीन रिसर्चर औऱ निर्माताओं पर अलग से दबाव बनेगा. आमतौर पर देखा गया है कि किसी वैक्सीन को बनाने में 10 साल लगते हैं लेकिन इस महामारी के भयानक रुप को देखते हुए कई नियमों को बाइपास किया गया है.
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ट्रायल अस्थाई तौर पर रुका
खबर में कहा गया है कि एस्ट्राजेनेका का ट्रायल अस्थाई तौर पर रोका गया है जिससे की बीमार शख्स के बारे में जाना जा सके कि उसे क्या हुआ है. इसके अलावा वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर ज्यादा सवाल खड़े नही किए गए हैं. इस तरह की रिसर्च और ट्रायल में छोटी चीजें होती रहती हैं तो अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. एस्ट्राजेनेका सहित 9 कंपनियों ने कहा है कि वह अपनी वैक्सीन को जल्दबाजी में लॉन्च नही करेगी. सुरक्षा के मानकों को पूरी तरह से परखने के बाद ही वैक्सीन को जनता के लिए उपलब्ध कराया जायेगा.