कांग्रेस में बड़े बदलाव को लेकर सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखनी कई बड़े कांग्रेस नेताओ को महंगी पड़ गई है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जारी अध्यादेशों पर विचार के लिए कांग्रेस ने एक समिति का गठन किया है. इस समिति से कई बड़े कांग्रेसी नेताओं को बाहर रखा गया है. समिति में गांधी परिवार के 5 करीबियों को जगह दी गई है जबकि गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा जैसे नेताओं को बाहर रखा गया है. बता दें कि कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में गुलाम नबी आजाद द्वारा लिखी गई चिट्ठी को लेकर जमकर हंगामा हुआ था इस पर 23 बड़े कांग्रेसी नेताओं ने हस्ताक्षर किए थे.

कांग्रेस की 5 सदस्यीय कमेटी से बड़े नाम गायब
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केन्द्र सरकार द्वारा घोषित अध्यादेशों पर विचार कर पार्टी का रुख तय करने के लिए एक कमेटी बनाई है. इस कमेटी से गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा सहित कई बड़े नेताओ को बाहर रखा गया है. बता दें कि कांग्रेस कार्यसमिति की हुई बैठक में राहुल गांधी सहित कई सदस्यों ने पत्र लिखने वाले नेताओं को भाजपा का समर्थक बताया था. इसके बाद से गुलाम नबी आजाद सहित कई नेता नाराज चल रहे हैं जिन्हें मनाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
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इन नेताओं को मिली जगह
केन्द्र सरकार के ओर से जारी प्रमुख अध्यादेशों पर चर्चा करने और पार्टी का विचार तय करने के लिए कांग्रेस ने जिस 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है उसमें पी. चिदबंरम, जयराम रमेश, दिग्विजय सिंह, डॉ. अमर सिंह और गौरव गोगोई शामिल हैं. समिति के संयोजन की जिम्मेदारी जयराम रमेश को दी गई है.
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