किसे नहीं पसंद की वह किसी राजा-महाराजा की तरह आलीशान किले में रहें क्योंकि यह अपने आप में बड़ा महंगा सौदा है, आज जब एक रूम का कमरा भी ढूंढना मुस्किल है और मिल भी जाए तो अच्छा खासा किराया देना पड़ता है ख़ुद का घर न हो तो आज के ज़माने में कमाई का एक बड़ा हिस्सा किराये पर ख़र्च हो जाता है। ऐसे में अगर हम आपसे कहें कि एक ऐसा किला है जहां हज़ारों लोग एकसाथ रहते हैं, वो भी बिना पैसा दिए तो आप शायद भरोसा नहीं करेंगे लेकिन यह सच है।

जानिए फ्री में किले में रहने के पीछे क्या है पूरी कहानी
अपने किलों और महलों के लिए प्रसिद्ध राजस्थान के जैसलमेर में एक किला है जहां हज़ारों लोग बिना किराया दिए रहते हैं। यहाँ हज़ारों परिवार एक पैसे का भुगतान किए बिना भी इस शानदार रेगिस्तानी किले के अंदर रह रहे हैं। बता दें किले का निर्माण राजा रावल जैसल ने सन् 1156 में करवाया था और ये राजस्थान में प्रसिद्ध Jaisalmer Fort के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा, ये किला यूनेस्को के विरासत स्थलों में से एक है।

आज भी ये किला अपने पुराने भव्य रूप में मौजूद है, इसलिए इसे ज़िंदा किला भी कहा जाता है। महल के शुरुआती निवासियों के लगभग 4000 पूर्वज अभी भी इस किले की दीवारों के अंदर रहते हैं और पर्यटन के माध्यम से अपनी आजीविका कमा रहे हैं।
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हज़ारों लोगों के फ्री में किले में रहने के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है, दरअसल ऐसा कहा जाता है कि राजा रावल जैसल ने सेवादारों की सेवा से खुश होकर 1500 फीट लंबा किला उन्हें दे दिया था। तब से लेकर अब तक 800 साल गुज़र जाने के बाद भी उनके वंशज इस किले में बिना कोई किराया दिए रह रहे हैं।

बड़ा आलीशान है Jaisalmer Fort
Jaisalmer Fort 99 बुर्ज यानि गढ़ और 250 फीट लंबा है। पीले बलुआ पत्थरों से इस किले की दीवारों का निर्माण किया गया है। इस किले की छत को लगभग 3 फ़ीट कीचड़ से ढका गया है, जिससे गर्मी के दिनों में यहां रहने वाले लोगों को राहत मिलती है। बता दें इस किले की वास्तुकला भी बेहद दिलचस्प है, जो पर्यावरण के अनुकूल है. किले में हवा के आने के लिए जालीदार खिड़कियां बनाई गई हैं।