भारत चीन सीमा विवाद अभी भी खत्म नहीं हुआ है। पैंगोंग झील और गलवान घाटी में चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए भारत और चीन के कमांडर-इन-चीफ के बीच अब तक सात बार बातचीत हो चुकी है। आपको बता दें मिली खबर के अनुसार सीमा में चल रहे विवाद को खत्म करने के लिए चीन ने भारत के सामने कुछ शर्तें रखी है। हालांकि भारत ने चीन की चालाकी को समझते हुए कोई भी शर्त मानने से इनकार कर दिया है। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद इस साल के मई महीने से चल रहा है।

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सीमा विवाद निपटारे की क्या है चीन की शर्तें
चीन की पहली शर्त के मुताबिक उसने कहा कि भारतीय सेना फिंगर 3 और चीनी सेना फिंगर 5 तक पेट्रोलिंग करेंगी। जिसके सीधा सा अर्थ यह निकलता है कि चीन भारत और अपनी सीमाओं का निर्धारण खुद करना चाहता है। हाला की शर्त से पहले भारत की सेना फिंगर 8 तक भी पेट्रोलिंग करती रहीं है। इसलिए भारत ने इस शर्त को मानने से इनकार कर दिया।

क्या है पूरा मसला
दर्शन चीन की धारणा यह है LAC फिंगर 4 से हो कर गुजरती है और भारत के हिसाब से LAC फिंगर 8 से हो कर गुजरती है जहां नमकीन पानी की झील है। यदि इस तरीके से देखा जाए तो चीनी सैनिकों द्वारा कब्जाया गया फिंगर 4 जबरदस्ती हथियार गए अक्साई चीन का हिस्सा है। हालांकि इस मसले को सुलझाने के लिए आठवें दौर की भी बातचीत 3 नवंबर के बाद हो सकती है।