India China Border विवाद को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार Ajit Doval ने शीर्ष अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की है। बैठक में खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों के अलावा सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार Ajit Doval की अध्यक्षता में चीन द्वारा लगातार बॉर्डर पर की जा रही हरकतों के खिलाफ भारत के कदम और भविष्य में लिए जाने वाले फैसलों पर रणनीति बनाई जा रही है।

यह हाई लेवल मीटिंग इस लिए भी अहम है क्योंकि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल यह मीटिंग तब कर रहे हैं जब 29-30 अगस्त की रात लद्दाख के पैंगोंग झील के दक्षिण में चीन के लगभग 500 सैनिकों ने कुछ इलाकों पर कब्जा करने की कोशिश की थी। लेकिन वहाँ पहले से मुस्तैद भारतीय जवानों ने चीन की सेना को पहले रोका और पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया।
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इससे पहले पूर्वी लद्दाख में तनाव कम करने के लिए अहम भूमिका निभाते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से फोन पर बातचीत की थी, जिसके बाद छह जुलाई को दोनों पक्षों की ओर से पीछे हटने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। उधर, एलएसी पर जारी तनाव को कम करने के लिए भारत और चीन के बीच कमांडर लेवल की बातचीत भी चल रही है। इससे पहले भी कई स्तर की सैन्य और राजनयिक बातचीत हुई है, लेकिन चीन के रवैये के कारण कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है।