विनायक दामोदर सावरकर विवाद में कूड़े देवेंद्र फडणवीस, राहुल गांधी को उत्तर देते हुए कहा,”गांधीजी ने अंग्रेजों को लिखा था- योर फेथफुल सर्वेंट

विनायक दामोदर सावरकर विवाद में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी कूद गए हैं। विनायक दामोदर सावरकर को अंग्रेजों का सर्वेंट बताने वाले राहुल गांधी के बयान के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दो चिटि्ठयां सोशल मीडिया पर पोस्ट की हैं। दावा है कि ये चिटि्ठयां महात्मा गांधी ने अंग्रेज अफसरों लॉर्ड चेम्सफोर्ड और ड्यूक ऑफ कनॉट को भेजी थीं। इनमें से एक की आखिरी लाइन में लिखा है- योर एक्सिलेंस ओबीडिएंट सर्वेंट एमके गांधी। दूसरी चिट्‌ठी के आखिरी में लिखा है- योर रॉयल हाइनेस फेथफुल सर्वेंट एमके गांधी।

फडणवीस ने अपनी पोस्ट में राहुल के लिए लिखा- कल आपने मुझे एक पत्र की अंतिम पंक्तियां पढ़ने को कहा था। चलो, अब कुछ दस्तावेज आज मैं आपको पढ़ने देता हूं। हम सब के आदरणीय महात्मा गांधी जी का यह पत्र आपने पढ़ा? क्या वैसी ही अंतिम पंक्तियां इसमें मौजूद हैं, जो आप मुझे पढ़वाना चाहते थे?

राहुल गांधी ने कहा, ‘ये देखिए मेरे लिए सबसे जरूरी डॉक्यूमेंट। ये सावरकर जी की चिट्ठी है। इसमें उन्होंने अंग्रेजों को लिखा है। मैं आपका सबसे ज्यादा ईमानदार नौकर बने रहना चाहता हूं। ये मैंने नहीं सावरकर जी ने लिखा है। फडणवीस जी देखना चाहते हैं तो देख लें। सावरकर जी ने अंग्रेजों की मदद की। सावरकर जी ने ये चिट्ठी साइन की।

गांधी, नेहरू और पटेल सालों जेल में रहे और कोई चिट्ठी नहीं साइन की। सावरकर जी ने इस कागज पर साइन किया, उसका कारण डर था। अगर डरते नहीं तो कभी साइन नहीं करते। सावरकर जी ने जब साइन किया तो हिंदुस्तान के गांधी, पटेल को धोखा दिया था। उन लोगों से भी कहा कि गांधी और पटेल भी साइन कर दें।’

राहुल का बयान आने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि राहुल बड़ी बेशर्मी से झूठ बोलते हैं। महाराष्ट्र के लोग सावरकर का अपमान करने वालों को उचित जवाब देंगे। राहुल गांधी वीर सावरकर के बारे में कुछ नहीं जानते, रोज झूठ बोलते हैं।