मंत्री के बेटे ने की महिला सिपाही के साथ बदसलूकी, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

सत्ता का नशा सिर्फ नेताओं के सर पर चढ़कर नही बोलता बल्कि ऐसा उनके परिवार वालों के साथ भी होता है. आपने कई नेताओं की बहस सुनी होगी, कईयों की बदसलूकी देखी होगी लेकिन आज हम आपको इस कोरोना काल के दौरान मंत्री जी के बेटे द्वारा की गयी बदसलूकी के बारे में बात करेंगे! कैसे एक महिला सिपाही ने मंत्री जी के बेटे को सबक सिखाया.

दरअसल गुजरात के सूरत में लॉकडाउन व नाइट कर्फ्यू के उल्लंघन तथा महिला सिपाही से तकरार के आरोप में गुजरात के स्वास्थ्य राज्यमंत्री किशोर कानाणी के बेटे प्रकाश कानाणी सहित तीन आरोपितों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, तीनों को कुछ देर बाद जमानत पर छोड़ दिया गया. इस मामले में प्रकाश समेत कुल छह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. उधर ये भी खबर सामने आ रही है कि महिला सिपाही ने इस्तीफा दे दिया है. हालाँकि मिल रही खबरों की माने तो महिला सिपाही ने इस्तीफ़ा नही दिया बल्कि वो छुट्टी पर चली गयी है.

वहीँ इस पूरे मामले पर पुलिस का कहना है कि नाइट कर्फ्यू के दौरान मंत्री के बेटे प्रकाश समेत अन्य बिना मास्क के बाहर घूम रहे थे. सिपाही सुनीता यादव ने उन्हें रोका तो प्रकाश ने उनकी अपने पिता से बात कराई. हालांकि, सुनीता नहीं मानीं। आरोपितों ने उनके अपमान की भी कोशिश की. वहीँ मंत्री किशोर कानाणी ने बेटे प्रकाश का बचाव करते हुए कहा कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश की जा रही है. उन्हें आगामी स्थानीय निकाय चुनाव को देखते हुए सौराष्ट्र में कमजोर करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि प्रकाश उनके बेटे हैं, इसलिए विधायक लिखी उनकी कार का प्रयोग कर सकते हैं. प्रकाश ने भी महिला सिपाही पर गाली-गलौज करने व रौब दिखाने का आरोप लगाया है. उन्होंने महिला सिपाही की भाषा को आपत्तिजनक बताते हुए कार्रवाई की मांग की है.

सोचिये एक तरफ जहाँ प्रधानमंत्री उदाहरण के तौर पर लोगों को समझाते हैं कि कैसे सभी के साथ एक जैसा व्यवहार करना चाहिए. उन्होंने इसके लिए एक प्रधानमंत्री का उदाहरण भी दिया था कि वे बिना मास्क के घूम रहे थे उनपर जुर्माना लगा दिया गया था. वहीँ प्रधानमंत्री मोदी के गृह क्षेत्र से इस तरह की घटना हैरान करती है. कार्रवाई किये जाने के बाद मंत्री इसमें राजनीतिक साजिश देख रहे हैं और महिला सिपाही पर ही आरोप लगा दे रहे हैं.