देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत खराब है, वो पिछले दिनों दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती हुए हैं और वेंटिलेटर के सहारे सांसे ले रहे हैं। उन्हें कोरोना संक्रमित भी पाया गया है। गुरुवार को उनके निधन की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गई। लोग उन्हें भावुक श्रद्धांजलि देने लगे। व्हाट्सएप पर लोगों के स्टेट्स लगने लगे। लोग उन्हें अपने शब्दों में याद करने लगे। लेकिन थोड़ी ही देर में ये खबर अफवाह मात्र निकली और प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने इसकी सच्चाई बताई।
बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने निधन की खबर गलत है। अभी वो जिंदा हैं। इसको लेकर उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर सच्चाई बताई और कहा कि, मेरे पिता श्री प्रणब मुखर्जी अभी जिंदा हैं। इसके अलावा अभिजीत ने मीडिया को भी खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि, ‘कुछ बड़े मीडिया हाउस ने इसको लेकर फेक खबर चलाई है। भारत में मीडिया अब फेक न्यूज की फैक्ट्री बन गई है।’ बता दें कि वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने इस खबर को ट्वीट करने के लिए माफी भी मांग ली है।
बता दें कि 10 अगस्त को आर्मी रिसर्च एंड रेफरल(R&R) अस्पताल में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की ब्रेन क्लॉट की सर्जरी हुई थी। डॉक्टरों की टीम उनकी सेहत पर नजर बनाए हुए हैं। उनकी सेहत को लेकर दिल्ली के आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल ने प्रणब मुखर्जी के सेहत को लेकर बताया कि, “पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत में आज सुबह कोई बदलाव नहीं आया। वो अभी भी वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं।”
इससे पहले मंगलवार को सेना के रिसर्च एंड रेफरल (आर एंड आर) अस्पताल ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति की हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया है। इससे एक दिन पहले उनके मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी। मुखर्जी (84) को सोमवार की दोपहर के वक्त सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था और सर्जरी से पहले उनमें कोविड-19 की भी पुष्टि हुई थी।
अस्पताल की ओर से जारी नए मेडिकल बुलेटिन में कहा गया था कि, “पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया है। खून का थक्का बनने के कारण सोमवार को पूर्व राष्ट्रपति के मस्तिष्क की सर्जरी की गयी थी। उनकी हालत में कोई सुधार नजर नहीं आया है और स्थिति नाजुक बनी हुई है।”
फिलहाल उम्मीद जताई जा रही थी गुरुवार को प्रणब मुखर्जी लाइफ सपोर्ट सिस्टम से हटा लिए जाएंगे लेकिन अभी जो ताजा जानकारी है उसके मुताबिक उनकी सेहत में कोई सुधार दिखाई नहीं दे रहा है।
देखिए किस तरह से सोशल मीडिया पर प्रणब मुखर्जी के निधन की खबर फैली..
My deep deep apologies for falling for fake news being circulated on Pranab Mukherjee passing away. I am deeply distraught for falling for this fake news.. it was unprofessional of me to not reconfirm it before tweeting. Apologies to all.. and prayers with the family.. 🙏🙏🙏
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) August 13, 2020
Former president of India. Pranab mukherjee sir passed away. Rest in peace😔 #ripPranabMukherjee pic.twitter.com/Ec08kE6wJh
— Rj Shaun (@imsonukr17) August 13, 2020
#ripPranabMukherjee
Rajdeep Sardesai spread a fake news of former president death news .@sardesairajdeep be like : pic.twitter.com/36KhtfKlBL— Sachin 🇮🇳 (@Sarcasmbro10) August 13, 2020
He is still alive !! Please don’t spread fake news !!
We all wish his quick recovery #ripPranabMukherjee #ripPranabMukherjee @RajatSarser1 pic.twitter.com/b6XV5vaaAb— Rajat Sarser (@RajatSarser1) August 13, 2020
Please Do verify the info. Before doing tweets.
He is critical and on ventilator. Don’t spread fake news.#ripPranabMukherjee#ripPranabMukherjee pic.twitter.com/k2llRsSNZt— Md Aamir Subhani (@MdAamirSubhani9) August 13, 2020
Boycot news channel read only newspaper atleast they don’t have hurry in publishing breaking news!
Shame on you #IndianJournalism @IndiaToday #ripPranabMukherjee pic.twitter.com/6WJyuigDL9— Nandan Dubey (@NandanDubeyND) August 13, 2020