केंद्र सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 के नतीजे गुरुवार को घोषित कर दिए. सर्वे में साफ सफाई के मामले में बिहार की हालत बेहद खराब रही है. बिहार की राजधानी पटना 10 लाख और उससे ज्यादा की आबादी वाले शहरों की लिस्ट में सबसे नीचे रहा है. मतलब पटना सबसे गंदे शहरों में से एक है. इस पर अब बिहार में राजनीति शुरू हो गयी है.
दरअसल बिहार में चुनाव होने वाले हैं और केंद्र सरकार की स्वच्छ सर्वेक्षण की रिपोर्ट आने के बाद अब बिहार में राजनीति शुरू हो गयी है.इसे चुनावी मुद्दा भी बनाया जा सकता है. पटना सबसे गंदे शहरों में शामिल हुआ इसपर अब आरजेडी के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नितीश कुमार पर तंज कसा है. बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद ने इस मामले में ट्वीट करके चुटकी ली, ‘चलिए 15 वर्षों में (बिहार ने)कहीं तो नंबर-1 स्थान प्राप्त किया.’
देश में पटना को गंदगी में नंबर-1 स्थान मिलने पर 15 वर्षों के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी को कोटि-कोटि बधाई।
चलिए 15 वर्षों में कहीं तो नंबर-1 स्थान प्राप्त किया।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 21, 2020
2020 के स्वच्छता अभियान सर्वेक्षण में जिस तरीक़े से बिहार के शहरों का परफॉर्मेंस रहा है वो ज़ाहिर तौर पर निराश करने वाला और चिंताजनक है।उम्मीद है कि बिहार के मुख्यमंत्री श्री @NitishKumarJDU जी आदरणीय पी॰एम॰@narendramodi जी से प्रेरणा लेकर स्वच्छ बिहार के सपने को साकार करेंगे। pic.twitter.com/O4hsBUUeEA
— Lok Janshakti Party (@LJP4India) August 21, 2020
तेजस्वी यादव ने ट्वीटर पर लिखा कि ‘देश में पटना को गंदगी में नंबर-1 स्थान मिलने पर 15 वर्षों के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को कोटि-कोटि बधाई.चलिए 15 वर्षों में कहीं तो नंबर-1 स्थान प्राप्त किया.’ वहीँ एनडीए में शामिल एलजेपी ने भी पटना की स्थिति पर चिंता और निराशा जताते हुए कहा है ‘2020 के स्वच्छता अभियान सर्वेक्षण में जिस तरीक़े से बिहार के शहरों का परफॉर्मेंस रहा है वो ज़ाहिर तौर पर निराश करने वाला और चिंताजनक है।उम्मीद है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरणा लेकर स्वच्छ बिहार के सपने को साकार करेंगे.’
आपको बता दें कि स्वच्छता के इस सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश का शहर इंदौर पहले नंबर रहा और दुसरे नंबर पर गुजरात का सूरत, तीसरे नंबर पर नवी मुंबई है. वहीँ दास लाख की आबादी वाले शहरों में पटना से नीचले पायदान पर है.इसी को लेकर अब बिहार में राजनीति तेज हो गयी है. संभवतः इसे चुनाव में मुद्दा भी बनाया जाये.