विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार को ब़ड़ा तोहफा दिया है. उन्होंने किसानों, मत्स्यपालकों औऱ पशुओं के विकास के लिए 294.53 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का शुभारंभ किया. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने इसके अंतर्गत कई अन्य योजनाओं का आगाज करते हुए कहा कि देश के 21 राज्यों में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का शुभारंभ हो रहा है औऱ अगले 4-5 वर्षों में इस पर 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए जायेगें.

चुनाव से पहले बिहार में कई योजनाओं का शुभारंभ
प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में कई योजनाओ का शुभारंभ करते हुए कहा कि इन योजनाओं से न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी बल्कि बिहार कृषि प्रधान राज्य में आत्मनिर्भर बनेगा. प्रधानमंत्री ने जिन परियोजनाओं का आगाज किया उनमें राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत 84.27 करोड़ रुपये की लागत से पूर्णिया सीमेन स्टेशन, 8.06 करोड़ की लागत से बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, पटना में एम्ब्रयो ट्रांसफर टेक्नॉलाजी एवं आईवीएफ लैब शामिल हैं.
क्या कहा प्रधानमंत्री मोदी ने
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज जितनी भी परियोजनाएं शुरु हुई हैं उनका मकसद है हमारे गांव 21वीं सदी में आत्मनिर्भर बनें, ऊर्जावान बनें. उन्होंने कहा कि आज देश के 21 राज्यों में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का शुभारंभ हो रहा है. अगले 4-5 वर्षों में इस पर 20 हजार करोड़ से ज्यादा खर्च किए जायेंगे. उन्होंने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि के द्वारा देश के 10 करोड़ से ज्यादा किसानों के बैंक खातों में सीधा पैसा पहुंचाया गया है. इसमें करीब 75 लाख किसान बिहार के भी हैं.
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इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इन योजनाओं से बिहार को काफी फायदा होगा. किशनगंज में जो कृषि महाविद्यालय बना है वह काफी बड़ा है. आजकल बिना काम को देखे ही कुछ लोग बोलते रहते हैं. मछली उत्पादन के बारे मे कोई नही जानता था. हम लोगों ने इसकी ट्रेनिंग दी. इन योजनाओं से बिहार को काफी खुशी मिली है खासकर ग्रामीण इलाकों में इसका काफी महत्व है.