राहुल गांधी के हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी को लेकर दिए गए बयान के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर पलटवार किया है. समाचार एजेंसी एएनआई के साथ एक इंटरव्यू में गृहमंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी के उस ट्वीट पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है जिसमें उन्होंने कहा था कि नरेन्द्र मोदी वास्तव में ‘सरेंडर मोदी’ हैं. उन्होंने कहा कि शायद राहुल गांधी को पता नही कि देश इस समय संकट के दौर से गुजर रहा है सीमा पर तनाव का माहौल है दोनों तरफ की सेनाएं आमने-सामने हैं और वह कह रहे हैं ‘सरेंडर मोदी’ इससे देश को क्या संदेश जायेगा और सीमा पर तैनात जवान क्या सोच रहे होंगे. उन्होंने राहुल गाँधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह उचित समय नही है जब अनर्गल बाते बोली जाय.

समाचार एजेंसी एएनआई के साथ इंटरव्यू में अमित शाह ने कोरोना और उसके बाद उपजे प्रवासी मजदूरों के पलायन जैसे मुद्दे पर खुल कर बात की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के लीडरशिप में हम दोनों ही युद्ध जीतेंगे चाहे वह कोरोना महामारी हो या फिर चीन के साथ सीमा विवाद.
क्या ट्वीट किया था राहुल गांधी ने
दरअसल राहुल गांधी ने गलवान घाटी में भारत और चाइनीज ट्रूप के बीच हुए फेसऑफ को लेकर 21 जून को एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि नरेन्द्र मोदी वास्तव में ‘सरेंडर मोदी” हैं. देखते ही देखते यह ट्वीटर पर छा गया और ‘हैशटैग सरेंडर मोदी’ नाम ट्वीटर पर ट्रेंड करने लगा. इसके बाद राहुल गांधी पर बीजेपी नेताओं सहित देश के लोगों ने जमकर गुस्सा निकाला.
किसी भी समय चर्चा के लिए तैयार
गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि वह किसी भी समय चर्चा के लिए तैयार हैं. कांग्रेस पर घटिया राजनीति करने का आरोप लगाते हुए अमित शाह ने कहा कि वह 1962 से लेकर अब तक की घटनाओं पर बकायदा चर्चा करने के लिए तैयार हैं. कांग्रेस को सामने आकर दो-दो हाथ करने चाहिए. बे-मतलब की बयानबाजी से देश को ही नुकसान होगा.
#WATCH “Parliament honi hai, charcha karni hai to aaiye, karenge. 1962 se aaj tak do-do haath ho jayein…,” HM Amit Shah on Rahul Gandhi’s “Surender Modi” tweet .
Full interview with ANI Editor Smita Prakash to be released at 1 pm pic.twitter.com/ngGYyqkwQq
— ANI (@ANI) June 28, 2020
संकट के समय ओछी राजनीति
अमित शाह ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि संकट के समय ओछी राजनीति नही करनी चाहिए. उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि मैंने कोविड-19 के समय में कोई राजनीति नही की. उन्होनें बीजेपी के अंदर लोकतंत्र न होने के कांग्रेस के आरोप पर सवाल किया कि क्या इंदिरा गांधी के बाद कांग्रेस में कोई भी अध्यक्ष गांधी परिवार से बाहर का हुआ है. बीजेपी में देख लिजिए नितिन गडकरी जी, राजनाथ, मैं और फिर जेपी नड्डा अध्यक्ष हैं.
उन्होंने ‘हैशटैग सरेंडर मोदी’ को लेकर कहा कि राहुल गांधी को खुद सोचना चाहिए कि यह कहां तक सही है. वह पाकिस्तान और चीन को प्रोत्साहित को कर रहें हैं. इससे दुश्मनों को बल मिलेगा. और भारतीय खेमा हतोत्साहित होगा.
भारत ने कोरोना से डटकर सामना किया है
इंटरव्यू के दौरान अमित शाह ने कोरोना को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि भारत ने कोरोना से डटकर सामना किया है. अरविंद केजरीवाल से मतभेद को लेकर अमित शाह ने कहा कि कोरोना से संबंधित फैसले दिल्ली के मुख्यमंत्री को केन्द्र में रख कर ही लिया जाता है. कुछ लोग वक्रदृष्टा है तो उनकी बात वही जानें. उनको सही में भी गलत ही दिखता है तो मैं कुछ नही कर सकता.
गृहमंत्री होने के नाते अमित शाह ने बहुत ही सधे हुए और साफ लहजे में अपनी बात रखी है. उन्होंने देश के साथ दोगलापन करने वालों को कड़ा संदेश दिया है कि देशहित को ताक पर रख कर राजीनिति नही होनी चाहिए.