भारत और पाकिस्तान के बीच अशांति बढ़ाने में चीन पाकिस्तान की मदद कर रहा है। हाल के एक समझौते में, चीन ने सशस्त्र ड्रोन सहित अत्याधुनिक रक्षा वस्तुओं को बेचकर पाकिस्तान की मारक क्षमता को बढ़ाया। खुफिया सूत्रों का यह भी दावा है कि पाकिस्तान मध्यम-ऊंचाई, लंबे-धीरज वाले मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) – ‘कै हॉन्ग-4’ (सीएच -4) को चीन से थोक में खरीद रहा है।

सूत्रों ने कहा कि ब्रिगेडियर मोहम्मद जफर इकबाल के नेतृत्व में पाकिस्तानी सेना के 10 सदस्यों का एक दल खरीद प्रक्रिया की समीक्षा करने के लिए चीन का दौरा किया है।
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की आर्मी टीम चीन के एयरोस्पेस लॉन्ग-मार्च इंटरनेशनल ट्रेड कंपनी (ALIT) से खरीदे गए सामानों की स्वीकृति परीक्षण के लिए चीन गई थी। यह भी दावा किया गया है कि इकबाल इससे पहले ‘काई होंग -4’ के की स्वीकृति परीक्षण के लिए दिसंबर 2019 में चीन गए थे, जिसका वितरण 2020 में निर्धारित किया गया था। पाकिस्तान ने दोनों राष्ट्रों के बीच और अशांति पैदा करने के लिए जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर इन यूएवी को तैनात करने की योजना बनाई है।
नई दिल्ली के बाहरी इलाके में भारतीय निजी क्षेत्र की कंपनियां भारत के लिए मध्यम ऊंचाई वाले धीरज ड्रोन विकसित करने की प्रक्रिया में हैं। लेकिन देश के भीतर सशस्त्र ड्रोन हासिल करने की क्षमता कुछ दूरी पर है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन की भी इस साल के अंत तक रूस्तम ड्रोन प्रोटोटाइप के उत्पादन की योजना है।